लेखनी कहानी -24-Nov-2022 (यादों के झरोखे से :-भाग 19)
बात उस समय की है, जब मैं जे.आर.एफ. की कोचिंग करने के लिए किसी अन्य शहर में गई थी। वहां एक हॉस्टल में मैंने कमरा लिया। मेरा कमरा सबसे ऊपर वाली मंज़िल पर था। वहां मेरा वॉशरूम अलग था। कमरे के बाहर छत थी। कमरा वाकई में बहुत सुंदर था। बीच वाली मंज़िल पर डाइनिंग हॉल व रसोई थी। सभी को वहां जाकर भोजन करना अनिवार्य था। मैं भी वहां जाकर भोजन करती थी। परंतु वहां जाकर खाने में मेरा समय बहुत नष्ट होता था। मकान मालिक अच्छे थे। उनको मालूम था। मेरा काम और टाइम टेबल कैसे रहता है। उन्हें पता था मैं फालतू बातों में समय नष्ट करना पसंद नहीं करती। इसीलिए उन्होंने मुझे मेरे कमरे पर भोजन ले जाने की अनुमति दे दी थी।
सुबह जब कभी समय पर नाश्ता नहीं मिलता तो में नाश्ता छोड़कर कोचिंग चली जाती थी। अंकल को अच्छा नहीं लगता, वैसे मैंने अपने पास नाश्ते के लिए सब रखा हुआ था। मम्मा ने भी मुझे मठरी, बिस्किट, नमकीन वगेरह सब दिए हुए थे। ताकि कभी नाश्ते की कोई समस्या हो तो मुझे भूखा ना रहना पड़े। लेकिन अंकल को लगता था कि मैं भूखी ही जाती हूं। इसीलिए उन्होंने भोजन बनाने वाले भैया को समय से नाश्ता बनाने की हिदायत दी। मुझे से से नाश्ता मिलने लगा। रात के भोजन के बाद मुझे छत पर घूमना पसंद था। उसके बाद पढ़ाई करके सो जाती।
कोचिंग पर मेरी एक मित्र बनी। हम दोनों में दोस्ती हुई, हम साथ में।पढ़ा करते। जो हमें समझ नहीं आता वो एक दूसरे को समझाते थे। मेरे कमरे पर तो आना मुमकिन नहीं था। परंतु, मेरी दोस्त उसके दीदी-जीजाजी के यहां रहती थी, तो मैं वहां जाकर उसके साथ पढ़ाई कर लेती थी। हम दोनों की समझ और सोच मिलती थी। हमारी दोस्ती और अच्छी हो गई। कोचिंग के ठीक सामने एक रेस्टोरेंट था। कभी- कभी हम वहां जाकर मटर पनीर खाकर आते थे। बिना लहसून प्याज वाला। इतना स्वादिष्ट बनता था, कि पूछो ही मत। फिर मेरी दोस्त का कहीं रिश्ता तय हो गया। तब तक हमारी कोचिंग भी पूरी हो चुकी थी। मुझे याद है आज भी वो दिन, जब हमने उस रेस्टोरेंट में आखिरी बार मटर पनीर पार्टी की थी।
उसके बाद वह अपने घर मैं अपने घर। फिर हमने घर से ही मिलकर तैयारी की और हमारा सिलेक्शन आई.सी.ए.आर. नेट में हो गया। हम दोनों बहुत खुश थे। आज भी जब हम बात करते हैं तो ये सब बातें ज़रूर याद करते हैं।
Peehu saini
06-Dec-2022 07:18 PM
Adwitiya 🌹👏
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Swati Sharma
06-Dec-2022 07:25 PM
Dhanyawad ma'am 🙏🏻😇
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Gunjan Kamal
06-Dec-2022 02:06 PM
शानदार
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Swati Sharma
06-Dec-2022 03:59 PM
Dhanyawad
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Pratikhya Priyadarshini
05-Dec-2022 11:35 PM
Behtareen 👌🌸
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Swati Sharma
06-Dec-2022 03:58 PM
Thank you 🙏🏻😇
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